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अथ वर्णसमाम्नाय:


प्रथमः अध्यायः

प्रथमः पादः

अथातो वर्णक्रमः ॥१॥

तत्र: स्वराः प्रथमम् ॥२॥

अ आ आ३ ॥ ३॥

इ ई ई३  ॥४॥

उ ऊ ऊ३ ॥५॥

ऋ ॠ ॠ३ ॥६॥

 ऌ ॡ३  ॥७॥

अथ सन्ध्यक्षराणि ॥८॥

ए ए३ ॥९॥

ऐ ऐ३  ॥१०॥

ओ ओ३ ॥११॥

औ औ३  ॥१२॥

इति स्वराः  ॥१३॥

अथ व्यञ्जनानि  ॥१४॥

कखगघङा कवर्ग:  ॥१५॥

चछजझञा चवर्ग:  ॥१६॥

टठडढणा टवर्ग:  ॥१७॥

तथदधना तवर्ग:  ॥१८॥

पफबभमा पवर्ग:  ॥१९॥

इति स्पर्शा:   ॥२०॥

अथान्त:स्था:  ॥२१॥

यरलवा  ॥२२॥

अथोष्माण:  ॥२३॥

शषसहा  ॥२४॥

अथायोगवाहा:  ॥२५॥

अ: विसर्जनीय:  ॥२६॥

ᳲक जिह्वामुलीय:  ॥२७॥

ᳲप उपध्मानीय:  ॥२८॥

अ॰ अनुस्वार:  ॥२९॥

कुँ खुँ गुँ घुँ यमा:  ॥३०॥

एते त्रिषष्टिवर्णा:  ॥३१॥

हुँ नासिक्य:  ॥३२॥

दुःस्पृष्टः ळकारः एकेषाम् ॥३३॥

एते चतुर्षष्टि:  ॥३४॥

पञ्चषष्ठिः एकेषाम् ॥३५॥

द्वितीय: पाद:

वर्ण: कारोत्तोर वर्णाख्य  ॥१॥

अकारव्यवेतो व्यञ्जनानाम् ॥२॥

न अयोगवाहा: ॥ ३॥

एफस्तु रस्य  ॥४॥

अकारो व्यञ्जनानाम् ॥५॥

निर्देश इतिना  ।॥६॥

स्वरैरपि  ॥७॥

प्रथमो वर्गोत्तरो वर्गाख्या ॥८॥

उकार   ॥९॥

तृतीयः पाद:

उदात्तश्चानुदात्तश्च स्वरितश्च स्वरास्त्रयः । ह्रस्वो दीर्घः प्लत इति कालताे नियमा अचि ॥९॥


द्वितीय: अध्यायः

प्रथमः पादः






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वेदांग शिक्षा २

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